कृषक बकरी पालन योजना हिमाचल प्रदेश में आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है।यह योजना विशेष रूप से छोटे और सीमांत किसानों, भूमिहीन मजदूरों और घुमंतू समुदायों के लिए बनाई गई है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य इन वर्गों के लोगों के आर्थिक स्थिति को सुधारना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।बकरी पालन एक पारंपरिक व्यवसाय है जो ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर प्रदान करता है और मांस उत्पादन को बढ़ावा देता है।
कृषक बकरी पालन योजना का उद्देश्य
हिमाचल प्रदेश सरकार गरीब और हाशिये पर रह रहे किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बकरी पालन को एक टिकाऊ आय स्रोत के रूप में बढ़ावा दे रही है। इस योजना के तहत किसानों को बकरी पालन के लिए आकर्षक सब्सिडी दी जाती है, ताकि उन पर कोई आर्थिक बोझ न पड़े और वे आत्मविश्वास के साथ अपना काम शुरू कर सकें। योजना का उद्देश्य किसानों को बीटल, सिरोही, जमनापारी और वाइट हिमालयन जैसी बेहतरीन नस्लों की बकरियां पालने के लिए प्रोत्साहित करना है।
बकरी पालन को बढ़ावा देने के लिए सरकार किसानों को लोन पर सब्सिडी देती है, जिससे वे कम खर्च में अपना व्यवसाय शुरू कर सकें। इस योजना के तहत किसान ₹5 लाख से लेकर ₹50 लाख तक का लोन ले सकते हैं। खास बात यह है कि इस लोन पर उन्हें 50% से 60% तक की सब्सिडी भी दी जाती है। यानी अगर कोई किसान ₹5 लाख का कर्ज लेता है, तो उसे अधिकतम ₹3 लाख तक की सरकारी मदद मिल सकती है। यह सब्सिडी अलग-अलग यूनिट्स के हिसाब से दी जाती है, इसमें 11 बकरियों (10 मादा + 1 नर), 5 बकरियों (4 मादा + 1 नर) और 3 बकरियों (2 मादा + 1 नर) जैसी यूनिट्स शामिल हैं ।
कृषक बकरी पालन योजना के लिए पात्रता
- यह योजना सभी वर्गों के लिए खुली है, जिनमें अनुसूचित जाति/जनजाति, बीपीएल परिवार, महिलाएं और सामान्य वर्ग भी शामिल हैं।
- बकरी पालन का प्रशिक्षण अनिवार्य है, जो संबंधित वरिष्ठ पशु चिकित्सक द्वारा दिया जाएगा।
- बेरोजगार और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को प्राथमिकता दी जाएगी।
- ऐसे परिवार जिनका कोई सदस्य सरकारी नौकरी में नहीं है या जिनकी वार्षिक आय ₹2 लाख से कम है, वे पात्र हैं।
- जिन किसानों ने खुद से या मनरेगा के तहत बकरी शेड बनवाया है, उन्हें भी प्राथमिकता मिलेगी।
बकरी पालन योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- जाति प्रमाण पत्र
- वार्षिक आय प्रमाण पत्र
- बकरी शेड का प्रमाण
- बैंक पासबुक
आवेदन की प्रक्रिया
- सबसे पहले आधिकारिक पोर्टल https://hpahdbt.hp.gov.in/Home/krishk_bakri_pala_yojna पर जाएं।
- आवेदन शुरू करने से पहले पेज पर दी गई योजना से जुड़ी पूरी जानकारी ध्यान से पढ़ लें।
- ‘टर्म्स एंड कंडीशन’ बॉक्स को टिक करें।
- फिर ‘Apply’ बटन पर क्लिक करें।
- नया पेज खुलेगा, जिसमें आवेदन फॉर्म होगा।
- सभी जानकारी सही तरीके से भरें और फॉर्म सबमिट करें।
आवेदन के बाद दस्तावेज़ों का सत्यापन किया जाएगा। चयन होने पर पशु चिकित्सक यूनिट में जाकर बकरियों की जांच करेगा। रिपोर्ट सही होने पर सब्सिडी की राशि सीधे आपके खाते में भेज दी जाएगी।
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