देश के अलग-अलग हिस्सों में कस्टम हायरिंग सेंटर योजना (CHC Scheme) के नाम पर किसानों को ठगने की घटनाएं सामने आ रही हैं। कुछ साइबर ठग खुद को कृषि विभाग का अधिकारी बताकर किसानों को कॉल कर रहे हैं और योजना का लाभ दिलाने के नाम पर निजी जानकारी और पैसे मांग रहे हैं।
कस्टम हायरिंग सेंटर योजना के नाम पर साइबर ठगी कैसे फैल रही है?
साइबर अपराधी खुद को कृषि विभाग का अधिकारी बताकर किसानों को कॉल करते हैं और कहते हैं कि उन्हें सरकार की योजना के तहत ट्रैक्टर या कृषि उपकरण मिल सकते हैं। इसके बदले वह किसानों से बैंक डिटेल्स, ओटीपी या भुगतान मांगते हैं।
कस्टम हायरिंग सेंटर योजना के नाम पर किसानों को कैसे फंसाते हैं?
आजकल कुछ लोग हमारे किसानों को सोशल मीडिया और फोन पर झूठे झांसे में फंसाकर पैसे निकाल रहे हैं। कहते हैं, “रजिस्ट्रेशन फीस दो” या “सब्सिडी के लिए प्रोसेसिंग चार्ज देना होगा।” और तो और, नकली वेबसाइट और फर्जी ऐप्स के ज़रिए उनकी मोबाइल और बैंक की पर्सनल जानकारी भी चुरा लेते हैं। मेहनत करने वालों को ठगना गलत है।
क्या करें किसान?
- किसी भी अंजान लिंक या APK फाइल पर क्लिक न करें।
- योजना का आवेदन सिर्फ https://agrimachinery.nic.in या नजदीकी CSC केंद्र से ही करें।
- कोई फोन कॉल, मैसेज या सोशल मीडिया पोस्ट अगर स्कीम का वादा करे, तो उसकी जांच ज़रूर करें।
- अपने बैंक डिटेल्स या OTP किसी के साथ साझा न करें।
ठगी हो जाए तो कहां करें शिकायत?
अगर आपके साथ भी कभी ऐसा कुछ हो, यानी कोई झूठा ऑफर या ठगी का प्रयास, तो देर न करें। तुरंत नीचे दिए गए प्लेटफॉर्म्स पर शिकायत दर्ज करें:
- साइबर हेल्पलाइन नंबर: 1930
- वेबसाइट: https://cybercrime.gov.in
- या नजदीकी साइबर थाना या पुलिस स्टेशन जाकर भी अपनी शिकायत कर सकते हैं।
अपना और अपने परिवार का बचाव करें, और दूसरों को भी जागरूक करें।
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