मौसम की मार ने इस बार किसानों की चिंता बढ़ा दी है। कहीं लगातार बारिश हो रही है, तो कहीं लंबे समय से सूखा पड़ा है। दोनों ही परिस्थितियों में सोयाबीन की फसल की ग्रोथ पर गंभीर असर पड़ा है। कई इलाकों में पौधे छोटे रह गए हैं, फूल आ गए हैं लेकिन हाइट नहीं बढ़ी। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल है अब क्या करें? खाद डालें? यूरिया या टॉनिक दें?
लगातार बारिश से खेतों में सोयाबीन की फसल पर नमी बनी, अब क्या करें?
लगातार बारिश के कारण खेतों में नमी बनी रहती है, जिससे:
- जड़ों की ग्रोथ रुक जाती है
- पौधे पोषक तत्व नहीं ले पाते
- हवा का संचार नहीं होता
- फसल की वृद्धि रुक जाती है
जल्दी पकने वाली सोयाबीन की फसल में क्या करें?
आपने जल्दी पकने वाली (अर्ली) वैरायटी की फसल लगाई है और उसमें अब फूल आ चुके हैं, तो ध्यान रखें कि इस स्थिति में कोई भी खाद या टॉनिक पौधे की लंबाई या उत्पादन में खास सुधार नहीं कर पाएगा। अब जितनी फसल है, वही रहेगी। इसलिए फालतू खर्च और अनावश्यक दवाओं से बचें। इस समय सबसे जरूरी है कि कीटों और रोगों से फसल की रक्षा की जाए, ताकि जो फलियां बनी हैं, वे सुरक्षित रहें और अच्छी उपज मिल सके।
लेट वैरायटी की सोयाबीन फसल में सुधार के उपाय
अगर आपकी फसल लेट वैरायटी (देर से पकने वाली) है, तो अभी भी सुधार का मौका है। ऐसे में आप वाटर सॉल्युबल फर्टिलाइज़र और सूक्ष्म पोषक तत्वों का छिड़काव कर सकते हैं, जिससे पौधों को जरूरी पोषण मिलेगा और फसल की बढ़वार में मदद मिल सकती है। समय रहते सही देखभाल की जाए तो फसल अब भी रिकवर कर सकती है और अच्छी उपज दी जा सकती है।
फसल बचाने के लिए क्या कदम उठाएं?
- अपने नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) या अनुभवी कृषि सलाहकार से राय लें।
- अगर फिर भी कुछ नया ट्राय करना है, तो पहले थोड़े से क्षेत्र में ट्रायल करें।
- नुकसान से बचने के लिए समझदारी से काम लें।
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