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हिम कुक्कुट पालन योजना के तहत स्वस्थ कुक्कुट पशु और आधुनिक तकनीक से किसानों को रोजगार मिलता हुआ दृश्य।

‘हिम कुक्कुट पालन योजना’ से किसानों को मिलेगा बेहतर रोजगार और आय

Ashish Chouhan 2 weeks ago 0 8

हिमाचल प्रदेश सरकार ने ग्रामीण युवाओं और किसानों के लिए एक नई पहल शुरू की है हिम कुक्कुट पालन योजना। इस योजना का मकसद है कि राज्य में मुर्गी पालन जैसे छोटे पैमाने के व्यवसायों को बढ़ावा दिया जाए, ताकि लोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार मिले और उनकी आय में इज़ाफा हो सके। 

सरकार चाहती है कि मुर्गी पालन को सिर्फ पारंपरिक खेती का सहारा न समझा जाए, बल्कि इसे एक लाभदायक उद्यम के रूप में देखा जाए। इसी सोच के साथ इस योजना में सब्सिडी और जरूरी संसाधनों की मदद दी जा रही है, जिससे इच्छुक किसान और उद्यमी इस क्षेत्र में आगे बढ़ सकें।

हिम कुक्कुट पालन योजना का उद्देश्य

हिम कुक्कुट पालन योजना के ज़रिए राज्य सरकार मुर्गी पालन को एक सहायक कृषि गतिविधि के रूप में बढ़ावा दे रही है। इससे किसानों को फसल उत्पादन के साथ-साथ एक अतिरिक्त और स्थिर आय का स्रोत भी मिलता है, जिससे उनकी कुल आमदनी में स्पष्ट बढ़ोतरी हो सकती है। यह योजना विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ाने में मददगार साबित हो रही है।

आर्थिक लाभ और सरकारी सहायता

हिम कुक्कुट पालन योजना के तहत सरकार किसानों और पशुपालकों को मुर्गी पालन शुरू करने के लिए हर संभव सहायता दे रही है। इस योजना में मुर्गी पालन यूनिट लगाने पर सरकार 50% से लेकर 70% तक सब्सिडी प्रदान करती है, जिससे लोगों को कम लागत में व्यवसाय शुरू करने का मौका मिलता है। खासकर बीपीएल, अनुसूचित जाति/जनजाति और महिलाओं को इसमें प्राथमिकता दी जाती है।

मुर्गी पालन योजना के तहत सरकार चूजे, दाना, दवाइयों और टीकाकरण जैसे शुरूआती खर्चों पर वित्तीय सहायता देती है। शेड निर्माण और उपकरणों पर भी सब्सिडी मिलती है। लाभार्थियों को प्रशिक्षण और तकनीकी जानकारी दी जाती है, साथ ही पशुपालन विभाग द्वारा स्वास्थ्य जांच और टीकाकरण की सुविधा भी प्रदान की जाती है।

हिम कुक्कुट पालन योजना के लिए पात्रता मानदंड

  • लाभार्थी को हिमाचल प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए।
  • योजना के लिए SC/ST या सामान्य वर्ग के वे किसान पात्र हैं जिन्होंने सरकारी मुर्गी फार्म से प्रशिक्षण लिया हो।
  • हर साल लगभग 100 किसानों को योजना का लाभ मिलेगा।
  • यदि पहले लाभ लिया है और यूनिट बंद कर दी है, तो सब्सिडी राशि ब्याज सहित लौटानी होगी।
  • लाभार्थी को शेड वाली भूमि का मालिकाना हक साबित करना होगा।

आवश्यक दस्तावेज

  • आधार कार्ड 
  • जाति प्रमाण पत्र
  • प्रशिक्षण प्रमाण पत्र
  • बैंक पासबुक की कॉपी
  • पहचान पत्र
  • शेड निर्माण का प्रमाण

हिम कुक्कुट पालन योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया

  • सबसे पहले, हिमाचल प्रदेश सरकार के संबंधित विभाग की आधिकारिक वेबसाइट https://hpahdbt.hp.gov.in/Home/Him_Kukkut_Palan_Yojna  पर जाएं।
  • “हिम कुक्कुट पालन योजना” के लिए आवेदन फॉर्म खोजें।
  • योजना के दिशा-निर्देशों और पात्रता मानदंड को ध्यान से पढ़ें। आगे बढ़ने के लिए शर्तों और नियमों से  सहमत होकर ‘Proceed’ पर क्लिक करें।
  • “New Registration” पर क्लिक करें और योजना के लिए आवेदन पत्र भरें।
  • जरूरी दस्तावेज जैसे बीपीएल प्रमाण पत्र, बैंक खाता विवरण अपलोड करें।
  • आवेदन की स्थिति वेबसाइट पर चेक करें।

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