आज के समय में किसान कई तरह की परेशानियाँ से जूझ रहे हैं। एक ओर अच्छी फसल के लिए खाद की जरूरत, तो दूसरी ओर बाजार में नकली खादें बढ़ती जा रही हैं। नकली खाद न सिर्फ फसल की पैदावार को कम कर देती हैं, बल्कि मिट्टी की उर्वरता को भी धीरे-धीरे खत्म कर देती है। इससे खेत की सेहत और किसान की मेहनत दोनों पर असर पड़ता है।
इसलिए जरूरी है कि कोई भी खाद इस्तेमाल करने से पहले उसकी पहचान की जाए।नीचे हमने कुछ साधारण और आसान तरीके बताए हैं, जिनसे आप खुद पहचान सकते हैं कि खाद असली है या नहीं।
खाद की पहचान: कैसे जानें असली या नकली?
डी.ए.पी. (DAP) की पहचान
- इसके दाने काले, भूरै या बादामी रंग के होते हैं और काफी कठोर होते हैं।
- इन्हें आप नाखून से नहीं तोड़ सकते।
- थोड़े से दाने लेकर उसमें चूना मिलाकर मसलो, अगर तेज गंध आए तो समझो असली है।
- तवे पर धीमी आंच में गरम करो, अगर दाने फूल जाएं, तो DAP सही है।
यूरिया की पहचान
- दाने सफेद, चमकदार और बराबर आकार के होते हैं।
- पानी में पूरी तरह घुल जाता है, और घोल को छूने पर ठंडा लगता है।
- तवे पर गर्म करने पर ये पिघल जाता है, और कोई अवशेष नहीं छोड़ता।
सुपर फास्फेट की पहचान
- दाने भूरै, काले या बादामी होते हैं और काफी कठोर होते हैं।
- नाखून से तोड़ा नहीं जा सकता।
- तवे पर गर्म करने पर ये फूलते नहीं हैं।
पोटाश की पहचान
- दाने सफेद, चमकदार और सख्त होते हैं।
- पानी में डालो तो आपस में नहीं चिपकते।
- अगर पानी की सतह पर लाल रंग की परत या कुछ तैरता हुआ दिखे, तो असली पोटाश है।
जिंक सल्फेट की पहचान
- दाने हल्के सफेद, पीले या भूरे रंग के होते हैं।
- नकली में अकसर मैग्नीशियम सल्फेट मिला होता है।
- जिंक सल्फेट को DAP के घोल में डालें अगर गाढ़ा सा थक्का बने, तो असली है।
- हल्का कास्टिक घोल डालें अगर सफेद और मटमैला अवशेष निकले, तो भी असली है।
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