अब किसान कस्टम हायरिंग सेंटर (Custom Hiring Centre-CHC) सुविधा के ज़रिए किसान अब महंगे कृषि यंत्रों को खरीदने की बजाय उन्हें किराये पर ले सकते हैं. अब किसान इस योजना के तहत किसान मोबाइल ऐप की मदद से खेती के लिए आवश्यक कृषि यंत्र किराए पर बुक कर सकेंगे. इससे किसानो को खेती की लागत कम होगी और काम जल्दी व आसानी से पूरा होता है.
जानिए क्या है कस्टम हायरिंग सेंटर?
कस्टम हायरिंग सेंटर एक ऐसा केंद्र होता है जहाँ से किसान खेती के लिए ज़रूरी यंत्र और मशीनें किराए पर ले सकते हैं। जहाँ पर ट्रैक्टर, थ्रेशर, रोटावेटर, बीज बोने की मशीन, स्प्रेयर जैसी आधुनिक कृषि मशीनें उपलब्ध होती हैं. किसान अपनी ज़रूरत के हिसाब से ये मशीनें कुछ समय के लिए किराए पर ले सकते हैं। ये मशीनें सरकार या सहकारी समितियों द्वारा संचालित किए जाते हैं.
ऐसे करे ऐप का उपयोग
राज किसान कस्टम हायरिंग ऐप’ गूगल प्ले स्टोर पर फ्री में मिलता है। किसान इसे अपने मोबाइल में डाउनलोड कर सकते हैं। फिर इसके बाद अपनी जरूरत के हिसाब से खेती की मशीनें चुन सकते हैं। मशीन की बुकिंग निर्धारित समय और तिथि के अनुसार करें. ऐप पर मशीन के किराय और बुकिंग की पूरी जानकारी मिलती है।
कस्टम हायरिंग सेंटर के फायदे –
- अब किसान को महंगे कृषि यंत्र खरीदने की जरूरत नहीं
- किसान अब कम खर्च में खेती के काम तेजी से पूरे होते हैं।
- इससे छोटे और गरीब किसानों को बहुत फायदा होता है।
- किसान के पास आधुनिक तकनीक आसानी से पहुंच जाएगी।
समय, श्रम और लागत की होगी बचत
इस ऐप की मदद से किसान आसानी से यंत्र प्राप्त कर सकेंगे इससे उन्हें खेती में लगने वाला समय घटेगा, मेहनत कम लगेगी और खर्च भी कम आएगा। किराए पर उपकरण मिलने से उन्हें महंगे यंत्र खरीदने की जरूरत नहीं होगी, जिससे लागत में भी कमी आएगी. इन केंद्रों का संचालन ग्राम सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से किया जायेगा।
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