ई-नाम (e-NAM): सरकार लगातार कोशिश कर रही है कि देश के किसान डिजिटल तकनीक से जुड़ें, ताकि उन्हें खेती से जुड़ी बेहतर सुविधाएं मिल सकें। इन्हीं प्रयासों में एक बड़ा कदम है – e-NAM (राष्ट्रीय कृषि बाजार)। सरकार किसानों को ई-नाम (e-NAM) पोर्टल से डिजिटल रूप से जोड़ रही है, ताकि उन्हें अपनी फसलों के बेहतर दाम मिल सकें। यह प्लेटफॉर्म किसानों को देशभर के व्यापारियों से जोड़ता है, जिससे वे अपने उत्पादों को सिर्फ लोकल मंडी तक सीमित न रखकर, पूरे देश में बेच सकते हैं।
इस योजना के जरिए किसान अपनी फसल को ऑनलाइन बेच सकते हैं, जिससे उन्हें बेहतर दाम मिल सकते हैं और उन्हें मंडियों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ती है.
क्या है ई-नाम (e-NAM)?
e-NAM (Electronic National Agriculture Market) एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जो किसानों को देशभर के व्यापारियों से जोड़ता है। इससे किसान अपनी फसल अच्छी कीमत पर बेच सकते हैं, वो भी बिना मंडी गए। देश की सैकड़ों मंडियां इससे जुड़ी हैं, जिससे किसान को अपनी उपज का सर्वश्रेष्ठ भाव मिल पाता है। अब सौदा करना आसान, पारदर्शी और किसान के हित में है।
ई-नाम (e-NAM) का मुख्य उद्देश्य
- किसानों को उनकी फसल का उचित और पारदर्शी मूल्य दिलाना।
- “एक देश – एक बाजार” की सोच को मजबूत करना।
- ऑनलाइन खरीद-बिक्री को आसान और तेज बनाना।
- किसानों को देशभर के व्यापारियों से जोड़ना।
किसानों के लिए ई-नाम योजना के फायदे
- किसानों को अपनी फसल के लिए बेहतर दाम मिलते हैं क्योंकि वे देश भर के व्यापारियों से सीधे बोली लगा सकते हैं।
- मंडी जाने में समय और पैसे दोनों की बचत होती है।
- e-NAM पूरी तरह पारदर्शी प्लेटफॉर्म है, जिससे धोखाधड़ी का कोई डर नहीं रहता।
- किसान अपने मोबाइल या कंप्यूटर से घर बैठे ही अपनी फसल बेच सकते हैं।
ई-नाम योजना में आधार क्यों जरूरी?
ई-नाम योजना में आधार कार्ड जरूरी इसलिए होता है ताकि किसानों की सही पहचान हो सके और फर्जी लोग इसका लाभ न उठा सकें। इससे डिजिटल लेन-देन भी तेज और आसान बनता है। आधार के बिना भी कुछ अन्य दस्तावेज़ चल सकते हैं, लेकिन आधार से प्रक्रिया बहुत सरल हो जाती है। इस तरह, आधार की मदद से योजना में पारदर्शिता और सुरक्षा बढ़ती है।
कैसे जुड़ें e-NAM से?
- सबसे पहले किसान को e-NAM पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा।
- पंजीकरण के बाद किसान को अपनी फसल की पूरी जानकारी जैसे किस्म, मात्रा और गुणवत्ता देना होती है।
- इसके बाद किसान अपनी फसल को नीलामी के लिए ऑनलाइन डाल सकता है।
- जब कोई व्यापारी उस फसल को खरीदना चाहता है, तो वह ऑनलाइन बोली लगाता है।
- फसल बिकने के बाद किसान को भुगतान सीधे उनके बैंक खाते में भेजा जाता है।
राष्ट्रीय कृषि बाजार (e-NAM) जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड
- बैंक खाता विवरण
- जमीन का दस्तावेज
- फसल का उत्पादन प्रमाण पत्र