अल्टरनेरिया फंगस से गेंदे की फसल: त्योहारी सीज़न में गेंदे के फूलों की अच्छी मांग रहती है, ऐसे में अगर फसल सूखने लगे तो किसानों की चिंता बढ़ना लाज़मी है। हाल ही में कई किसानों ने शिकायत की कि गेंदे की पत्तियाँ अचानक सूखने लगी हैं और पौधे मुरझा रहे हैं।
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI), पूसा के वैज्ञानिकों ने इस समस्या पर ध्यान दिया और जांच के बाद बताया कि यह बीमारी अल्टरनेरिया (Alternaria) नामक फफूंद (फंगल रोग) के कारण होती है। यह रोग खासतौर पर नमी और ज्यादा तापमान वाले मौसम में तेजी से फैलता है।
क्या है अल्टरनेरिया रोग?
- यह एक फंगल रोग है
- फसल की पत्तियों पर भूरे-काले धब्बे दिखने लगते हैं
- पत्तियाँ सुख जाती हैं, मुरझा जाती हैं
- रोग फैलते ही फूलों की गुणवत्ता और पैदावार दोनों पर असर पड़ता है
- नमी वाला मौसम इस रोग को और भी ज्यादा बढ़ा देता है
IARI पूसा की सलाह: फसल बचाने की तकनीक
मेंकोजेब का छिड़काव करें
- 200 ग्राम मेंकोजेब फफूंदनाशी को
- 200 लीटर पानी में घोलें
- यह घोल एक एकड़ खेत पर छिड़कें
सावधानियाँ
- छिड़काव साफ मौसम में करें
- पत्तियों की ऊपरी और निचली सतह को अच्छे से कवर करें
- प्रारंभिक अवस्था में ही रोग पहचान कर तुरंत उपचार शुरू करें
खेत की निगरानी है ज़रूरी
- फसल का नियमित निरीक्षण करें
- पत्तियों पर धब्बे, मुरझाना या पीला पड़ना दिखे तो देर न करें
- खेत में जलभराव न होने दें, नमी को नियंत्रित रखें
समय पर इलाज क्यों जरूरी है?
गेंदे की फसल में समय पर इलाज करने से:
- फूलों की गुणवत्ता बेहतर रहती है।
- मंडियों में अच्छे दाम मिलते हैं।
- आपकी मेहनत और लागत वसूल होती है।
- त्योहारों और शादी-विवाह के सीजन में ज्यादा मुनाफा मिलता है।
- फसल में रोग का फैलाव रुकता है।
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