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मोरिंगा की खेती करता हुआ किसान खेत में

मोरिंगा की खेती बनी किसानों के लिए नई उम्मीद – कम लागत में ज़्यादा मुनाफा

Ashish Chouhan 1 month ago 0 10

Moringa Farming: देश के कई हिस्सों में अब किसान सहजन (मोरिंगा) की खेती कर रहे हैं, जिससे किसानो को अच्छी आमदनी हो रही है। यह फसल कम खर्च, कम पानी और कम मेहनत में उग जाती है। सहजन औषधीय गुणों से भरपूर होता है और इसकी बहुत मांग दवाइयों, हेल्थ प्रोडक्ट्स और विदेशों में भी है।

अगर किसान एक एकड़ में सहजन (मोरिंगा) की खेती करें, तो उन्हें हर साल ₹1.5 से ₹2 लाख तक की कमाई हो सकती है। सहजन की खेती गाँवों में रोजगार और सेहत दोनों के लिए एक अच्छा विकल्प बन सकती है।

जानिए सहजन (Moringa) क्या है?

सहजन एक औषधीय पौधा है, जिसकी फलियाँ, पत्तियाँ और बीज दवा, खाना और स्वास्थ्य से जुड़े उत्पादों में काम आते हैं। इसे लोग “मिराकल ट्री” (चमत्कारी पेड़) भी कहते हैं, क्योंकि यह शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें विटामिन, प्रोटीन और आयरन भरपूर मात्रा में होता है, जो सेहत को मजबूत बनाता है।

कैसे करें सहजन (Moringa) की खेती?

सहजन की खेती करना बहुत आसान है। सबसे पहले खेत को अच्छी तरह जोतकर मिट्टी को भुरभुरी बना लें। इसके बाद खेत में 3×3 मीटर की दूरी पर गड्ढे खोदें और उनमें गोबर की खाद या जैविक खाद मिलाकर पौधे लगाएं। आप चाहें तो बीज से भी पौधा तैयार कर सकते हैं या सीधे पौध नर्सरी से खरीदकर खेत में लगा सकते हैं। शुरुआत के कुछ हफ्तों तक हल्की सिंचाई करें, जब तक पौधे जम न जाएं। जब पौधे बढ़ने लगें तो समय-समय पर खरपतवार निकालते रहें और खाद डालते रहें। इस तरह देखभाल करने पर पौधे 6-8 महीने में फल देने लगते हैं। 

सहजन (Moringa) के फायदे:

  • मोरिंगा इम्युनिटी को बढ़ाता है और यह बीमारियों से लड़ने की ताकत देता है।
  • यह पाचन ठीक करता है और गैस, कब्ज और अपच में फायदा करता है।
  • यह सकिन और बालों के लिए फायदेमंद होता है साथ ही निखार लाता है और बालों को मजबूत बनाता है।
  • मोरिंगा एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है यह उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करता है।
  • खून को साफ करता है शरीर से विषैले तत्व निकालता है।
  • इसमें कैल्शियम और आयरन भरपूर मात्रा में होता है जिससे हड्डियाँ मजबूत करता है।

मोरिंगा पाउडर (Moringa powder):

मोरिंगा पाउडर एक प्राकृतिक औषधीय पाउडर है, जिसे पौधे की सूखी पत्तियों से बनाया जाता है। इसमें विटामिन A, C, आयरन, कैल्शियम और प्रोटीन जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। मोरिंगा पाउडर को रोजाना गर्म पानी, दूध, जूस या दही के साथ लिया जा सकता है। मोरिंगा पाउडर का बिज़नेस कम लागत और ज्यादा मुनाफे वाला विकल्प बनता जा रहा है। किसान या छोटे उद्यमी इसे गांव या शहर दोनों जगह तैयार कर सकते हैं।

 

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