भारत में कृषि को सशक्त और समृद्ध बनाने के लिए सरकार द्वारा समय-समय पर अनेक योजनाएं चलाई जाती हैं। सरकार ने किसानों की आमदनी बढ़ाने और गांवों में रोजगार के नए रास्ते खोलने के लिए राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं शहद मिशन (National Beekeeping and Honey Mission – NBHM) की शुरुआत की है। यह योजना उन किसानों और छोटे उद्यमियों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो कम लागत में कुछ नया करना चाहते हैं। मिशन का मकसद है – मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देना, शहद उत्पादन को बढ़ाना, और किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना।
राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं शहद मिशन (National Beekeeping And Honey Mission)
इस योजना के तहत 40 से 60% तक की सब्सिडी दी जाती है, जिससे किसान मधुमक्खी पालन के लिए जरूरी उपकरण, बक्से, और प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं। यानि शुरुआत करने में बोझ कम और फायदा ज़्यादा। अब लोग चीनी की जगह शहद को ज़्यादा पसंद कर रहे हैं, जिससे मधुमक्खी पालन एक फायदेमंद रोजगार बनता जा रहा है।
अगर आप यह काम करते हैं या शुरू करना चाहते हैं, तो यह आपकी आमदनी बढ़ाने का शानदार जरिया हो सकता है। सरकार भी इस काम को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी और ट्रेनिंग जैसी कई योजनाएं चला रही है।
राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन मिशन (NBHM) प्रमुख उद्देश्य
- खेती और बागवानी बढ़ाने के लिए मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देना।
- शहद जांचने के लिए टेस्टिंग लैब और प्रशिक्षण केंद्र बनाना।
- मधुमक्खियों की बीमारियों की पहचान के लिए लैब बनाना।
- अच्छी नस्ल की मधुमक्खियों और एपिथेरेपी केंद्रों की स्थापना।
- महिलाओं को मधुमक्खी पालन से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना।
एनबीएचएम (NBHM)के तीन मिनी मिशन
यह तीन मिनी मिशन आइये जानते हैं:
- इस मिशन का मकसद है कि वैज्ञानिक तरीके से मधुमक्खी पालन किया जाए, ताकि फसलों में परागण बढ़े और उत्पादन अच्छा हो। इसके तहत मधुमक्खी पालन से जुड़े उपकरण बनाने वाली यूनिट्स भी बनाई जा रही हैं, जिससे किसान और उद्यमी दोनों को फायदा मिले।
- यह मिशन मधुमक्खी पालन के बाद के कामों पर ध्यान देगा जैसे संग्रह, प्रसंस्करण, भंडारण और बिक्री। साथ ही, आवश्यक सुविधाओं का विकास करेगा ताकि शहद और मधुमक्खी के उत्पादों की अच्छी पैकेजिंग और मूल्य वृद्धि हो सके।
- यह मिशन अलग-अलग क्षेत्रों और किसानों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए वैज्ञानिक मधुमक्खी पालन के लिए शोध और नई तकनीक विकसित करेगा।
राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं शहद मिशन के तहत किसनो को लाभ
- कृषि उत्पादन बढ़ता है क्योंकि मधुमक्खी परागण से फसलों की पैदावार ज्यादा होती है।
- शहद, मोम और रॉयल जेली और अन्य मधुमक्खी उत्पादों से किसानों को अतिरिक्त आय मिलती है।
- ग्रामीण युवा और महिलाएं मधुमक्खी पालन से नए रोजगार और खुद का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।
- वैज्ञानिक प्रशिक्षण से मधुमक्खी पालन के लिए नए और आसान तरीकों का प्रशिक्षण मिलता है।
- इस मिशन से शहद की गुणवत्ता बढ़ती है और बेहतर मार्केटिंग से निर्यात भी बढ़ता है।
मधुक्रांति पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कैसे करें
आप सबसे पहले राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड (NBB) या अपने राज्य के कृषि विभाग की वेबसाइट पर जाएं। आप मधुक्रांति पोर्टल https://madhukranti.in पर ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। इसके बाद, मधुमक्खी पालन से जुड़ी अपनी योजना तैयार करें। फिर, मिशन के तहत उपलब्ध प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लें, जहां आपको वैज्ञानिक तरीके से मधुमक्खी पालन और शहद उत्पादन के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी। इसके बाद, आप इस योजना के तहत उपलब्ध सब्सिडी के लिए आवेदन कर सकते हैं।