कीटनाशक छिड़काव से पहले सावधानियाँ: आज के दौर में खेती करना आसान नहीं रह गया है। फसल को कीड़े-मकोड़ों और बीमारियों से बचाने के लिए किसान कीटनाशकों का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन अगर ज़रा-सी भी लापरवाही हो जाए, तो यही कीटनाशक किसान की सेहत के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं। हाल ही के कुछ मामलों में देखा गया है कि छिड़काव करते समय कई किसान जहरीली गैसों के संपर्क में आ गए और उन्हें अस्पताल तक ले जाना पड़ा।
लेकिन चिंता की बात नहीं अगर कुछ आसान सी सावधानियाँ रखी जाएं, तो इन खतरों से बचा जा सकता है और किसान सुरक्षित रह सकते हैं।
किसानों को दी जाती है कीटनाशक छिड़काव ट्रेनिंग
सरकार और कृषि विभाग अब किसानों को कीटनाशकों के सुरक्षित इस्तेमाल की ट्रेनिंग दे रहे हैं। गांवों में जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, जहां किसानों को बताया जाता है कि:
- कीटनाशकों को कैसे और कब छिड़कना चाहिए
- कितनी मात्रा में दवा का इस्तेमाल करना है
- खुद को कैसे सुरक्षित रखना है (जैसे मास्क, दस्ताने आदि पहनना)
कीटनाशक छिड़कते समय ज़रूर रखें ये 7 बातें ध्यान में
- छिड़काव करते समय हमेशा मास्क, दस्ताने, चश्मा और पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें।
- हमेशा हवा के उल्टी दिशा में खड़े होकर दवा छिड़काव करें।
- पैकेट पर लिखे निर्देश या कृषि अधिकारी की सलाह के मुताबिक ही दवा मिलाएं।
- छिड़काव करते वक्त खेत में बच्चे या पालतू जानवर न हों क्युकी वे जल्दी रसायन के असर में आ सकते हैं।
- दवा छिड़कते समय न खाना खाएं, न पानी पिएं, न बीड़ी-सिगरेट पिएं। इनसे ज़हर सीधा शरीर में जा सकता है।
- काम के बाद हाथ-पैर, चेहरा साबुन से धोएं, पहने कपड़े और छिड़काव की मशीनें भी अच्छे साफ करें।
- कीटनाशक की बोतलें या पैकेट इधर-उधर फेंकने से बचें।
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