प्याज की गिरती कीमतें: प्याज के दामों को लेकर देश में किसानों और आम जनता दोनों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है। जहां एक ओर खुदरा बाजार में प्याज के दाम 30-40 रुपये किलो तक पहुंच चुके हैं, वहीं दूसरी तरफ किसानों को मंडियों में औने-पौने दाम मिल रहे हैं।
इसी असंतुलन के खिलाफ महाराष्ट्र के नासिक जिले के सटाना तालुका में सोमवार को किसानों ने अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। किसानों ने गले में प्याज की माला पहनकर, सड़क पर उतरकर नारेबाजी की और विंचूर-प्रकाश हाईवे को करीब डेढ़ घंटे तक जाम कर दिया।
प्याज की गिरती कीमतें से किसानों में भारी नाराज़गी
पिछले कई महीनों से किसान उचित भाव की उम्मीद में प्याज को भंडारित किए बैठे थे, लेकिन बाजार में कोई सुधार नहीं आया। किसान नेताओं का कहना है कि सरकार द्वारा घोषित खरीदी योजनाएं केवल कागजों तक सीमित हैं और NAFED तथा NCCF जैसे संस्थानों पर किसानों के साथ धोखाधड़ी के आरोप भी लगे हैं।
संगठनों की एकजुटता, बगलान में हुआ ऐतिहासिक प्रदर्शन
इतिहास में पहली बार, नासिक जिले के लगभग सभी प्रमुख किसान संगठन एकजुट होकर सड़क पर उतरे। डॉ. राहुल सोनवणे के नेतृत्व में हुए इस आंदोलन में शामिल रहे:
- रयत क्रांती शेतकरी संघटना
- प्रहार शेतकरी संघटना
- बगलान शेतकरी संघटना
- प्याज उत्पादक संघ
किसानों की मुख्य माँगें
- NAFED और NCCF के खिलाफ जांच और सख्त कार्रवाई हो।
- प्याज की अनावश्यक खरीद पर तुरंत रोक लगे।
- कृषि उपज के लिए मूल्य आधारित स्थायी नीति बनाई जाए।
- ट्रांसपोर्ट यूनियन से NAFED की प्याज लोडिंग बंद करने की अपील – नहीं मानने पर ट्रक जलाने की चेतावनी
मंडियों में गिरते दाम – किसान बेहाल, लागत भी नहीं निकल रही
आज, 15 सितंबर को देश की प्रमुख मंडियों में प्याज के भाव औंधे मुंह गिर गए हैं। किसानों की हालत यह है कि उन्हें मेहनत, भाड़ा और भंडारण की लागत तक नहीं मिल पा रही।
कुछ प्रमुख मंडियों के आज के भाव:
| मंडी | न्यूनतम मूल्य (₹/क्विंटल) | औसत मूल्य (₹/क्विंटल) |
| लासलगांव | ₹500 | ₹1270 |
| पिंपलगांव बसवंत | ₹400 | ₹1175 |
| उमराणे | ₹500 | ₹1100 |
| सोलापुर (लाल प्याज) | ₹100 | ₹900 |
| पुणे | ₹400 | ₹950 |
| नागपुर | — | ₹1425 |
| मुंबई प्याज-आलू मंडी | — | ₹1100 |
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