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राष्ट्रीय प्राकृतिक कृषि मिशन से किसानों को लागत में राहत और फसल में लाभ मिलता हुआ दृश्य

राष्ट्रीय प्राकृतिक कृषि मिशन: कम लागत, ज़्यादा लाभ जानिए क्या है योजना

Ashish Chouhan 3 weeks ago 0 6

राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन (NMNF): भारत सरकार ने एक अहम पहल शुरू की है, जिसका मकसद है प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना यानी ऐसी खेती जिसमें रासायनिक खाद और कीटनाशकों का इस्तेमाल न हो। इस तरह की खेती से न सिर्फ मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है, बल्कि किसानों की उत्पादन लागत भी कम हो जाती है। इससे उन्हें सुरक्षित, टिकाऊ और लाभकारी खेती करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, यह तरीका पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद साबित होता है।

 क्या है राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन (National Natural Farming Mission)?

नेशनल मिशन ऑन नेचुरल फार्मिंग (NMNF) भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य किसानों को रसायन-मुक्त, प्राकृतिक खेती की ओर प्रेरित करना है। पहले इस योजना को “भारतीय प्राकृतिक कृषि प्रणाली” (BPKP) के नाम से जाना जाता था, लेकिन वर्ष 2022-23 में इसका नाम बदलकर NMNF रख दिया गया। इस पहल का मकसद है खेती को अधिक टिकाऊ, सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल बनाना, ताकि किसान और प्रकृति दोनों का भला हो सके।

प्राकृतिक खेती क्या है?

प्राकृतिक खेती का मतलब होता है बिना किसी रासायनिक खाद, कीटनाशक या सिंथेटिक दवाओं के खेती करना। इसमें सिर्फ गोबर, गौमूत्र, जीवामृत, बीजामृत और घनजीवामृत जैसी प्राकृतिक चीज़ों का इस्तेमाल किया जाता है। इससे मिट्टी की सेहत अच्छी रहती है और खेती करने की लागत भी कम हो जाती है। यही वजह है कि प्राकृतिक खेती किसान और पर्यावरण दोनों के लिए फायदेमंद होती है।

 राष्ट्रीय प्राकृतिक कृषि मिशन (NMNF) के मुख्य उद्देश्

  • रासायनिक-मुक्त खेती को बढ़ावा देना, ताकि ज़मीन की उपजाऊ शक्ति बनी रहे।
  • ज़ीरो बजट नेचुरल फार्मिंग (ZBNF) को अपनाना, जिससे किसान कम लागत में खेती कर सकें।
  • मिट्टी की उर्वरता बनाए रखना और जल संरक्षण को बढ़ावा देना।
  • किसानों की उत्पादन लागत घटाकर उनकी आमदनी बढ़ाना।
  • जैविक खाद, जीवामृत, घनजीवामृत, नीम अर्क जैसे प्राकृतिक साधनों के इस्तेमाल को प्रोत्साहित करना।
  •  खेती को सुरक्षित, टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल बनाना।

राष्ट्रीय प्राकृतिक कृषि मिशन मुख्य लाभ:

  • मिट्टी की सेहत और उर्वरता लंबे समय तक बनी रहती है।
  • रासायनिक खाद और कीटनाशक न इस्तेमाल करने से लागत कम हो जाती है।
  • पर्यावरण साफ-सुथरा और सुरक्षित रहता है।
  • फसलें पूरी तरह से प्राकृतिक और स्वास्थ्यवर्धक होती हैं।
  • यह खेती टिकाऊ होती है और किसानों को स्थायी लाभ देती है।

नेशनल मिशन ऑन नेचुरल फार्मिंग (NMNF) कैसे जुड़ें

अगर आप नेशनल मिशन ऑन नेचुरल फार्मिंग (NMNF) से जुड़ना चाहते हैं, तो इसकी शुरुआत अपने नजदीकी कृषि विभाग कार्यालय या कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) से करें। वहां पर प्राकृतिक खेती से जुड़ी तकनीकों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें भाग लेकर आप इस विधि को सही तरीके से सीख सकते हैं।

साथ ही, राज्य सरकार के कृषि विभाग की वेबसाइट या agricoop.gov.in पर जाकर आप योजना से जुड़ी ताज़ा जानकारी, प्रशिक्षण कार्यक्रम और लाभकारी स्कीमों की अपडेट प्राप्त कर सकते हैं।

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